8 साल पूर्व
पुरानी कहावत है कि पहला सुख निरोगी काया परन्तु कभी कभी व्यक्ति शरीर से स्वस्थ होने के पश्चात भी सुखी नहीं होता। वह अन्य कितनी ही प्रकार की समस्याओं से त्रस्त रहता है। इस स्थिति में रत्न धारण कर उनके प्रभाव से सम्बंधित व्यक्ति लाभान्वित हो सकता है। कुछ प्रमुख समस्याओं पर नीचे विवेचन किया जा रहा है-
रंगमंच में सफलता हेतु
जो व्यक्ति रंगमंच, छायाभिनय, चलचित्र आदि में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं अथवा इन विषयों में रुचि रखते हैं तो वह इन कलाओं के स्वामी ग्रह शुक्र का रत्न हीरा धारण करें। हीरा रत्न के प्रभाव से सम्बंधित व्यक्ति की स्थिति अनुकूल हो जायेगी।
मुद्रा एवं वाणिज्य क्षेत्र में सफलता हेतु
कैशियर, टैक्स कलेक्टर, व्यवसायी अथवा अन्य ऐसे व्यक्ति जिन्हें अर्थ, मुद्रा, संख्या, गणन, हिसाब किताब आदि का कार्य करना पड़ता है, वे पन्ना धारण करने से अपने क्षेत्र में पर्याप्त सफलता पा सकते हैं। गणित से अथवा इससे सम्बंधित क्षेत्र के माध्यम से जीविकोपार्जन में पन्ना विशेष सहायक सिद्ध होता है।
रोग एवं पीड़ा निवारण हेतु
जो व्यक्ति अपच, अनिद्रा, उदर सम्बंधित विकार, मन्दाग्नि, अस्थिरता, थकान, मानसिक तनाव, अजीर्ण, गैस आदि रोगों से पीडि़त हों मोती रत्न धारण कर इसके प्रभाव से उपर्युक्त समस्त विकार एवं रोगों का निवारण कर सकते हैं। मन का सम्बन्ध चन्द्रमा से है और चन्द्रमा मन को पूर्णतया प्रभावित करता है। अतः चंद्रमा की शिथिलता के कारणवर्ष मन सम्बंधित विकार उभरते हैं। मोती रत्न चूंकि चन्द्रमा का प्रतिनिधि रत्न है अतः चंद्रबल को बढ़ाकर समस्त विकारों का निवारण कर देता है।
स्त्रियों के वैवाहिक सुख हेतु
बृहस्पति स्त्रियों को वैवाहिक एवं गृहस्थ जीवन में सुख शान्ति एवं सम्पन्नता देने वाला प्रमुख ग्रह है। अतः कुछ विदुषियों के मतानुसार कुण्डली में ग्रह स्थिति चाहे जैसी भी हो, स्त्री अथवा अविवाहित बालिका जिसका विवाह संपन्न होने में व्याधियां उत्पन्न हो रहो हों अथवा विवाह नहीं हो पा रहा हो, पुखराज धारण करना चाहिए। उसके प्रभाव से वैवाहिक समस्यायें दूर होकर दाम्पत्य जीवन का सुख प्राप्त होता है।
पत्नी के सुख हेतु
यदि कोई पुरुष अपनी पत्नी की समृद्धि की कामना से हीरा धारण करे तो यह भी प्रभावी होता है।
पुरुष के वैवाहिक सुख हेतु
वैवाहिक व्यवधानों को दूर करने के लिए हीरा पहनकर कोई भी पुरुष सुखी दाम्पत्य जीवन का आनंद भोग सकता है।
नोट : अपने जीवन से सम्बंधित जटिल एवं अनसुलझी समस्याओं का सटीक समाधान अथवा परामर्श ज्योतिषशास्त्र के हॉरोस्कोप फॉर्म के माध्यम से अपनी समस्या भेजकर अब आप घर बैठे ही ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं | अधिक जानकारी आप ज्योतिषशास्त्र के FAQ's पेज से प्राप्त कर सकते हैं |
© The content in this article consists copyright, please don't try to copy & paste it.