7 साल पूर्व
जब किसी जातक की जन्म कुण्डली में बुध ग्रह चतुर्थ भाव में स्थित होता है तो ऐसी स्थिति में सम्बंधित जातक भाग्यवान होता है व उसके जीवन में सुख के समस्त साधन उपलब्ध रहते हैं। ऐसे जातक को राजसुख प्राप्ति के योग होते हैं। स्वमं का भवन व वाहन का सुख भी प्राप्त होता है। ऐसे जातक का जीवन व्यस्तताओं से भरा हुआ किन्तु पूर्ण सुखी होता है। ऐसा जातक अपने जन्म स्थल के निकट रहकर ही नौकरी करता है व सरकार से लाभान्वित रहता है। ऐसा जातक कुशल व्यवसायी भी होता है व हुनरमंद अथवा कलाकार भी हो सकता है। सत्ता पक्ष से भी सहयोग प्राप्त होता है।
जन्म कुण्डली में बुध ग्रह चतुर्थ भाव में स्थित होने से जातक को पैतृक संपत्ति प्राप्त होती है। ऐसे जातक को माता का स्नेह अधिक मात्रा में प्राप्त होता है। ऐसे जातक को चाहिए की वह किसी की मंत्रणा पर बड़ी ही सूझ बूज व बुद्धिमत्ता से अमल करे, धोखा होने की संभावना है। जीवन में कभी मनोबल क्षीण हो तो धैर्य से काम लें।
जन्मपत्री के चतुर्थ भाव हेतु बुध ग्रह टोटके :
♦ ताम्बे का छेकल पैसा गले में धारण करें ।
♦ दूध व अक्षत का दान करें।
♦ बुजुर्ग व्यक्तियों की सेवा करें।
♦ घर में तोता अथवा बकरी का पालन न करें।
♦ हरे रंग के प्रयोग से बचें।
♦ 400 ग्राम गुड निरंतर 7 रविवार तक बहते जल में प्रवाहित करें।
♦ खुले में अथवा सार्वजनिक स्थल पर स्नानं न करें।
♦ मदिरा का सेवन न करें।
♦ तीर्थयात्रा का लाभ लें।
♦ ईश्वर का पूजन अर्चन निरंतर करें।
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