7 साल पूर्व
जब किसी जातक की जन्म कुण्डली में चन्द्रमा ग्रह पंचम भाव में स्थित होता है तो ऐसी स्थिति में सम्बंधित जातक हीरे जवाहरात से सम्बंधित व्यापार करने वाला होता है। ऐसे जातक की वन विभाग में अधिकारी के पद पर नियुक्त होने की संभावना हो सकती है। सरकारी नौकरी शुभ फलदायक रहती है एवं व्यापार से भी अच्छा लाभ प्राप्त होता है। ऐसे जातक की धन संपत्ति में वृद्धि होती रहती है। सामाजिक व धार्मिक कार्य संपादित करने से संतान पर शुभ प्रभाव पड़ता है। लालची व स्वार्थी प्रवृत्ति अशुभ फलदायक सिद्ध हो सकती है। ऐसा जातक विदेश गमन करता है जिससे उसको लाभ प्राप्त होता है।
जन्म कुण्डली में चन्द्रमा ग्रह पंचम भाव में स्थित होने से जातक दूसरों की इन्साफ की लड़ाई में आगे बढ़कर साथ देने वाला व इन्साफ पसंद होता है व ऐसा जातक जिस किसी का भी साथ देता है वह अवश्य ही विजय प्राप्त करता है। ऐसा जातक कभी किसी के सामने झुकता नहीं है किन्तु कृपालु अवश्य होता है। ऐसे जातक की कन्या संतान पुरुष संतान की तुलना में अधिक होती हैं एवं संतान का पालन पोषण बहुत अच्छी प्रकार से होता है।
जन्मपत्री के पंचम भाव हेतु चन्द्रमा ग्रह टोटके :
♦ घर से काम पर जाने से पहले कुछ खा कर निकलें।
♦ धार्मिक कार्यों व अनुष्ठानो में अपना योगदान अवश्य दें।
♦ यदा कदा तीर्थ यात्रा का लाभ लें।
♦ सफ़ेद वस्त्र में अक्षत व मिश्री बांधकर बहते जल में प्रवाहित करें।
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