3 साल पूर्व
जब किसी जातक की जन्म कुण्डली में मंगल ग्रह नवम भाव में स्थित होता है तो ऐसी स्थिति में सम्बंधित जातक उच्च पद पर स्थित हो नौकरी करता है अथवा उच्च स्तरीय व्यवसाय करने वाला होता है। ऐसा जातक एक योग्य प्रशासक होता है। होटल अथवा मिष्ठान से सम्बंधित व्यवसाय करने से अत्यधिक लाभ प्राप्त होता है। बड़े भाई के साथ साझेदारी में व्यवसाय करना शुभ रहता है। बड़े भाई की पत्नी से भी लाभ प्राप्त होता है। जातक को सरकार से लाभ प्राप्त होता है। जीवन में धनार्जन के कई अवसर प्राप्त होंगे। ऐसा जातक अपने पिता के लिए अत्यंत भाग्यशाली होता है। जीवन के अट्ठाइसवें वर्ष की आयु में जातक का भाग्य उदय पूर्ण रूप से हो जाता है। ऐसे जातक को पैतृक संपत्ति का सुख प्राप्त होता है। जातक को जीवन पर्यन्त धन की कमी नहीं रहती है।
जन्म कुण्डली में मंगल ग्रह नवम भाव में स्थित होने से जातक कभी कभी नास्तिकों जैसा आचरण करने लगता है जिससे बदनामी प्राप्त होती है। धर्म से सम्बंधित कार्य करते रहने से एवं घर में उत्सव मनाने से लाभ प्राप्त होता है। ऐसे जातक का स्वास्थ्य उत्तम रहता है। जातक की माता का स्वास्थ्य उत्तम रहता है एवं जातक को उसका स्नेह भी प्राप्त होता है। ऐसे जातक पर कोई बड़ा कलंक लगे इसकी पूर्ण संभावना रहती है।
जन्म कुंडली के नवम भाव हेतु मंगल ग्रह टोटके :
♦ सदैव लाल वस्त्र अथवा रुमाल अपने साथ रखें।
♦ भाई की पत्नी की सेवा व सहायता करें।
♦ बड़े भाई की आज्ञा का पालन करें।
♦ मंगलवार के दिन हनुमानजी को सिन्दूर चढ़ाएं।
♦ आचरण शुद्ध रखें।
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