8 साल पूर्व
फेंगशुई की धारणा के अनुसार पूर्व दिशा स्वास्थ्य एवं दीर्घायु प्रदान करती हैं। अतः पूर्व दिशा से अपेक्षित लाभ प्राप्ति हेतु इस दिशा को ऊर्जावान बनाना आवश्यक होता है। पूर्व दिशा से संबंधित प्रधान तत्व लकड़ी है। फेंगशुई की मान्यता के अनुसार, किसी भी दिशा से सम्बन्धित प्रधान तत्व के सहयोगी तत्व एवं विरोधी तत्व भी होते हैं। सहयोगी तत्वों की उपस्थिति प्रधान तत्व को पुष्ट करती है और विरोधी तत्वों की उपस्थिति प्रधान तत्व को कमज़ोर करती है। अतः यदि फेंगशुई की धारणा के अनुसार घर, कार्यालय, शोरूम आदि के पूर्वी दिशा वाले भाग में लकड़ी से निर्मित फर्नीचर एवं वस्तुएं रखें जाएं एवं पेड़, पौधे व पेड़ पौधों के लकड़ी के फ्रेम में जड़ें हुए चित्र लगाएं जाएँ, तो पूर्व दिशा से उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु प्राप्त किये जा सकते हैं।
फेंगशुई की धारणा अनुसार पूर्व दिशा के प्रधान तत्व लकड़ी का सहयोगी तत्व जल एवं विरोधी तत्व धातु है। इस तथ्य की पुष्टि हेतु तर्क यह है कि जल लकड़ी को पोषित करता है किन्तु धातु लकड़ी को हानि पहुंचाती है। अतः पूर्व दिशा में धातु से निर्मित किसी भी प्रकार की वस्तु आदि को रखना उचित नहीं रहता।
अतः फेंगशुई की धारणा के अनुसार पूर्व दिशा से स्वास्थ्य एवं दीर्घायु प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित उपायों का अनुसरण कर पूर्व दिशा को ऊर्जावान बना सकते हैं-
♦ घर की बैठक में बाँस के पौधे लगाने चाहिए। इन पौधों को बैठक के पूर्व दिशा वाले भाग के कोने में गमलों में लगा कर रखें।
♦ घर से नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने के लिए घर में पूर्व दिशा में मिट्टी के एक छोटे से पात्र में नमक भर कर रखें। हर 24 घंटे बाद इस पात्र का नमक बदल कर इसमें नया नमक भर दें।
♦ पूरे परिवार का चित्र लकड़ी के एक फ्रेम में जड़वार घर में पूर्वी दीवार पर लटकाएँ इससे परिवार में प्रसन्नता बढ़ती है एवं सभी उत्तम स्वास्थय की प्राप्ति करते हैं।
♦ तीन चीनी बुद्धिमान पुरुषों-फुक, लुक और साउ की मूर्तियों को घर के पूर्व दिशा वाले भाग में रखें।
♦ मानसिक शांति प्राप्त करने के लिए चंदन, चमेली आदि से बनी अगर बत्तियां जलानी चाहियें।
♦ कैंची, चाकू आदि के नुकीले सिरे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माने जाते हैं अतः इन्हे कभी भी इस प्रकार न रखे कि उनका नुकीला सिरा हमारी तरफ हो।
♦ घर के सदस्यों की दीर्घायु के लिए क्रिस्टल का बना हुआ एक कछुआ घर में पूर्व दिशा में रखें।
♦ शयन कक्ष में पौधे नहीं रखने चाहिए किन्तु बीमार व्यक्ति के कमरे में ताजे फूल रखने चाहिए किन्तु इन फूलों को रात को कमरे से हटा देना आवश्यक है।
♦ तीन हरे पौधे मिट्टी के बर्तनों में घर के अन्दर पूर्व दिशा में रखें। किन्तु ये पौधे बोनसाई अथवा कैक्टस के नहीं होने चाहिएं।
♦ फेंगशुई की धारणा अनुसार बोनसाई एवं कैक्टस को हानिकारक मानते हुए इनका घर अथवा कार्यालय में प्रयोग वर्जित किया गया है, क्योंकि बोनसाई को वृद्धि रोकने वाला एवं कैक्टस को कष्ट देने वाला माना गया है।
♦ अपने आफिस में पूर्व दिशा में एक ड्रैगन की लकड़ी से बनी मूर्ति रखें। इससे आपको ऊर्जा एवं उत्साह प्राप्त होंगे।
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